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Published Date

October 25, 2025

Category

Health

क्या महिला हस्तमैथुन आईवीएफ की सफलता को प्रभावित करता है?


क्या महिला हस्तमैथुन IVF सफलता पर असर डालता है?

आईवीएफ (In Vitro Fertilization) आज बांझपन की समस्या से जूझ रहे दंपत्तियों के लिए एक बड़ा समाधान बन चुका है। इस प्रक्रिया में महिला के अंडाणु और पुरुष के शुक्राणु को प्रयोगशाला में निषेचित कर भ्रूण गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है। आईवीएफ करवाने वाली कई महिलाएं अक्सर यह सवाल पूछती हैं – “क्या हस्तमैथुन (self-stimulation) IVF की सफलता को प्रभावित करता है?” यह एक सामान्य जिज्ञासा है और इसके बारे में सही जानकारी होना ज़रूरी है। आइए विस्तार से समझते हैं।

महिला हस्तमैथुन क्या है?

हस्तमैथुन एक प्राकृतिक क्रिया है जिसमें महिला स्वयं को उत्तेजित कर यौन आनंद प्राप्त करती है। यह महिलाओं में तनाव कम करने, नींद सुधारने और आत्मिक संतुलन बनाने का एक सुरक्षित तरीका माना जाता है। मेडिकल दृष्टि से देखा जाए तो हस्तमैथुन सामान्य है और इसका कोई हानिकारक प्रभाव नहीं होता।

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क्या हस्तमैथुन IVF पर असर डाल सकता है?

आईवीएफ की सफलता मुख्यतः निम्नलिखित कारकों पर निर्भर करती है:

  • महिला की आयु
  • अंडाणुओं की गुणवत्ता
  • गर्भाशय की परत (endometrium) की मोटाई
  • भ्रूण की क्वालिटी
  • हार्मोनल संतुलन और जीवनशैली

हस्तमैथुन अपने आप में आईवीएफ की सफलता को सीधे प्रभावित नहीं करता। इसका कारण यह है कि महिला हस्तमैथुन केवल बाहरी उत्तेजना और आनंद तक सीमित होता है, और यह अंडाणु, गर्भाशय की परत या भ्रूण की प्रत्यारोपण प्रक्रिया को बाधित नहीं करता।

किन परिस्थितियों में सतर्कता ज़रूरी है?

हालाँकि सामान्य परिस्थितियों में हस्तमैथुन हानिकारक नहीं है, लेकिन IVF प्रक्रिया के दौरान कुछ विशेष सावधानियाँ ज़रूरी मानी जाती हैं:

  1. एम्ब्रियो ट्रांसफर के आसपास का समय
    भ्रूण गर्भाशय में प्रत्यारोपित होने के 2–3 दिन तक किसी भी प्रकार की यौन उत्तेजना, संभोग या अत्यधिक शारीरिक क्रिया से बचने की सलाह दी जाती है। इससे गर्भाशय की मांसपेशियों में अनावश्यक संकुचन न हों और भ्रूण आराम से चिपक सके।
  2. संक्रमण का खतरा
    यदि हस्तमैथुन अस्वच्छ हाथों या बाहरी वस्तुओं से किया जाए तो संक्रमण की संभावना बढ़ सकती है। IVF के बाद संक्रमण से बचना बेहद ज़रूरी है, क्योंकि यह गर्भधारण की संभावनाओं को प्रभावित कर सकता है।
  3. मानसिक स्थिति और तनाव
    IVF का सफर भावनात्मक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है। कुछ महिलाएं हस्तमैथुन को तनाव कम करने का माध्यम मानती हैं, और इसमें कोई बुराई नहीं है। लेकिन यदि इससे अपराधबोध या चिंता बढ़ती है, तो यह मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है।

विशेषज्ञों की राय

फर्टिलिटी विशेषज्ञ मानते हैं कि महिला हस्तमैथुन IVF की सफलता को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता। हालांकि, IVF की प्रक्रिया के कुछ महत्वपूर्ण चरणों—जैसे अंडाणु निकासी (Egg Retrieval), एम्ब्रियो ट्रांसफर, और ट्रांसफर के शुरुआती दिनों—के दौरान अतिरिक्त सावधानी आवश्यक है। इस समय किसी भी प्रकार का यौन उत्तेजनात्मक व्यवहार डॉक्टर की सलाह लेकर ही करना चाहिए।

महिलाओं को क्या करना चाहिए?

  • प्रक्रिया से पहले और बाद में अपने फर्टिलिटी विशेषज्ञ से खुलकर सवाल पूछें।
  • एम्ब्रियो ट्रांसफर के आसपास सावधानी बरतें।
  • अस्वच्छ तरीके से हस्तमैथुन करने से बचें।
  • अगर तनाव या चिंता हो रही हो तो योग, मेडिटेशन या हल्की वॉक जैसी तकनीकों का सहारा लें।

निष्कर्ष

संक्षेप में, महिला हस्तमैथुन IVF की सफलता को सीधे प्रभावित नहीं करता, लेकिन IVF प्रक्रिया के कुछ खास चरणों में अनावश्यक यौन उत्तेजना और संक्रमण के खतरे से बचना अत्यंत आवश्यक है। हर महिला का शरीर और परिस्थिति अलग होती है, इसलिए अपने डॉक्टर से स्पष्ट बात करना सबसे सुरक्षित और सही रास्ता है।

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