Sehgal Nursing Home in Delhi commits to delivering experience exceptional care.

Author:

Sehgal Nursing Home

Published Date

November 28, 2025

Category

Health

ओवुलेशन बढ़ाने के लिए अपनाएं ये असरदार तरीके


ओवुलेशन बढ़ाने के असरदार और प्राकृतिक तरीके

गर्भधारण की प्रक्रिया में ओवुलेशन (Ovulation) यानी अंडाणु का बनना और उसका अंडाशय से बाहर आना सबसे महत्वपूर्ण कदम है। यदि ओवुलेशन सही समय पर और सही तरीके से न हो, तो प्रेग्नेंसी पाना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। बहुत सी महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म, हार्मोनल असंतुलन या जीवनशैली की गलत आदतों के कारण ओवुलेशन संबंधी समस्याएँ देखने को मिलती हैं। लेकिन सही खानपान, जीवनशैली और चिकित्सा मार्गदर्शन से इसे सुधारा जा सकता है।

आइए जानते हैं ओवुलेशन बढ़ाने और इसे नियमित करने के कुछ असरदार तरीके:

1. संतुलित आहार लें

आहार हमारी प्रजनन क्षमता पर सीधा असर डालता है।

  • अपने भोजन में हरी सब्ज़ियाँ, फल, साबुत अनाज, दालें और ड्राई फ्रूट्स को शामिल करें।
  • विटामिन D, विटामिन E, आयरन और फोलिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ ओवुलेशन को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
  • अत्यधिक जंक फूड और प्रोसेस्ड चीज़ों से परहेज़ करें क्योंकि ये हार्मोनल असंतुलन बढ़ा सकते हैं।

Suggest to Read :- आईवीएफ कब ज़रूरी होता है? किन लोगों को चाहिए टेस्ट ट्यूब बेबी उपचार

2. वजन को नियंत्रित रखें

अत्यधिक वन या बहुत कम वजन—दोनों ही ओवुलेशन को प्रभावित करते हैं।

  • ओवरवेट महिलाओं में इंसुलिन रेसिस्टेंस बढ़ने से हार्मोन असंतुलित हो सकते हैं।
  • वहीं बहुत कम वजन होने से शरीर को अंडाणु बनाने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिलती।
    इसीलिए स्वस्थ BMI (Body Mass Index) बनाए रखना बेहद ज़रूरी है।

3. नियमित व्यायाम करें

शारीरिक सक्रियता हार्मोन को संतुलित करने और रक्त संचार को बढ़ाने में मदद करती है।

  • रोज़ाना 30 मिनट की हल्की से मध्यम एक्सरसाइज़ जैसे योग, वॉक या साइकलिंग करें।
  • बहुत अधिक स्ट्रिक्ट वर्कआउट भी ओवुलेशन पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं, इसलिए संतुलन बनाए रखना ज़रूरी है।

4. तनाव को करें कम

लंबे समय तक तनाव रहने पर शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ जाता है, जो प्रजनन हार्मोन को प्रभावित कर सकता है।

  • तनाव कम करने के लिए प्राणायाम, ध्यान, मेडिटेशन, म्यूज़िक या कोई शौक अपनाएँ।
  • अच्छी नींद लें, क्योंकि नींद की कमी भी ओवुलेशन में बाधा डाल सकती है।

5. धूम्रपान और शराब से दूरी

धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन अंडाणुओं की गुणवत्ता और संख्या दोनों पर बुरा असर डालता है। इन आदतों को छोड़ने से ओवुलेशन को सुधारने में काफी मदद मिल सकती है।

6. आयुर्वेदिक और हर्बल विकल्प

बहुत सी महिलाएँ प्राकृतिक सप्लीमेंट और आयुर्वेदिक तरीकों से भी लाभ पाती हैं।

  • अशोक, शतावरी और अश्वगंधा जैसे आयुर्वेदिक तत्व महिलाओं के स्वास्थ्य और प्रजनन क्षमता में सहायक माने जाते हैं।
    लेकिन इन्हें अपनाने से पहले चिकित्सकीय परामर्श लेना ज़रूरी है।

7. चिकित्सकीय जांच और उपचार

यदि लंबे समय से ओवुलेशन में समस्या आ रही है तो स्त्री रोग विशेषज्ञ (Gynecologist) से परामर्श लें। कई बार PCOS, थायरॉयड या हार्मोनल असंतुलन इसके पीछे कारण हो सकते हैं।

  • डॉक्टर आपको ओवुलेशन इंडक्शन मेडिकेशन, हार्मोनल थेरेपी या अन्य ट्रीटमेंट सुझा सकते हैं।
  • सही समय पर इलाज कराने से गर्भधारण की संभावना काफी बढ़ जाती है।

निष्कर्ष

ओवुलेशन महिला की प्रजनन क्षमता का एक प्रमुख हिस्सा है। यदि आप मातृत्व की तैयारी कर रही हैं तो अपने खानपान, जीवनशैली और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें। नियमित स्वास्थ्य जांच और डॉक्टर की सलाह से आप अपनी फर्टिलिटी (Fertility) को बढ़ा सकती हैं।

Sehgal Nursing Home में, विशेषज्ञ डॉक्टर और आधुनिक सुविधाओं के साथ आपको ओवुलेशन और प्रजनन संबंधी सभी समस्याओं का सही समाधान मिलता है। यदि आपको संतान प्राप्ति में कठिनाई हो रही है, तो देर न करें और हमसे संपर्क करें।

Blogs

Related Blogs to the One
You Read!

© 2024 Sehgal Nursing Home, Inc. All rights reserved | Website designed by Digital Net India